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अल्पसंख्यक कल्याण से सम्बन्धित योजना

अल्पसंख्यक कल्याण से सम्बन्धित योजना  भारत सरकार की प्रमुख्य योजना , जी हाँ दोस्तों आज के पोस्ट में हम जानेंगे भारत सरकार की कुछ प्रमुखय योजनाओ के बारे में जो अल्पसंखयक समुदाय से संबन्धित है। जब भी केंद्र या राज में न्य सरकार का गढ़न होता है तो सरकार अपनी – अपनी योजनाए लती रहती है।

ताकि समाज में अंतिम छोर पे बैठे लोग को विकाश की मुख्य धारा से जोड़ा जाय और देश को विकाश की गति प्रदान की जाय । आज हम जानेगे अल्पसंख्यक कल्याण से सम्बन्धित भारत सरकार की प्रमुख्य योजना के बारे में दोस्त मेरा हमेशा ऐ विचार रहा है की सरकार की तरफ से जो भी जनकल्याण की योजना आती है वे सभी लोगो तक पहुंचे ताकि उससे संबधित लोग उसका फायदा उठा सके।

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मै उम्मीद करता हूँ आप सभी से इस पोस्ट को पढ़े के बाद अपने दोस्तों , परिवारों में ऐसे जरूर शेयर करे ताकि उन्हें भी पता हो इस योजना की ताकि लाभ उठा सके। तो चले जानते है ऐसी कौन – कौन सी योजना है जो भारत सरकार की तरफ से चल रही है अल्पसंख्यक कल्याण के लिए –

अल्पसंख्यक कल्याण से सम्बन्धित भारत सरकार की प्रमुख्य योजना निम्न है –

अल्पसंख्यक कल्याण से सम्बन्धित योजना

‘उस्ताद’ योजना (अपग्रेडिंग द स्किल्स एंड ट्रेनिंग इन ट्रेडिशनल आर्टस् क्राफ्टस् फॉर डेवलपमेंट)

तत्कालीन केन्द्रीय अल्पसंख्यक मंत्री नजमा हेपतुल्लाह व केन्द्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने उस्ताद (अपग्रेडिंग द स्किल्स एंड ट्रेनिंग इन ट्रेडिशनल आर्टस् क्राफ्टस् फॉर डेवलपमेंट) योजना का वाराणसी के सांस्कृतिक संकुल में 14 मई, 2015 को शुभारम्भ किया था ।

इस योजना का उदेश

इस योजना का उद्देश्य कौशल उन्नयन एवं प्रशिक्षण द्वारा पारम्परिक कला एवं हस्तशिल्प का विकास करना है। ताकि उन्हें रोजगार मिले और देश हित में सही हो ।

  • उस्ताद योजना को अल्पसंख्यकों की पारम्परिक कला/शिल्प की समृद्ध विरासत के संरक्षण और परम्परागत कारीगरों की क्षमता निर्माण हेतु शुरू किया गया है।
  • यह योजना राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय बाजार के साथ पारम्परिक कला/शिल्प के सम्बन्धों को स्थापित करेगी।
  • इस योजना का वित्तपोषण केन्द्र सरकार द्वारा किया जाएगा।
  • इस योजना के द्वारा बड़ी कम्पनियों से प्रतिस्पर्धा करने के लिए कुशल और अकुशल दस्तकारों एवं शिल्पकारों को प्रशिक्षित किया जाएगा।
  • यह योजना सम्पूर्ण देश में लागू होगी।

इस योजना से लाभान्वित होने वाले लोग

  • सिर्फ और सिर्फ अल्पसंखयक समुदाय के लोग

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‘नई मंजिल’ योजना

तत्कालीन केन्द्रीय अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री डॉ. नजमा हेपतुल्ला ने नई केन्द्रीय क्षेत्र योजना ‘नई मंजिल’ का पटना में 8 अगस्त, 2015 को शुभारम्भ किया. देश में अल्पसंख्यक समुदायों की प्रगति और सशक्तिकरण के सम्बन्ध में समग्र दृष्टिकोण एवं अल्पसंख्यकों के कल्याण में सुधार लाने के लिए

इस योजना का उदेश

यह योजना प्रारम्भ की गई योजना सामान्य रूप से अल्पसंख्यक समुदायों, विशेष रूप से मुसलमानों की शैक्षिक और जीविको पार्जन की जरूरतों में सहायता प्रदान करेगी, क्योंकि मुसलमान शैक्षिक योग्यताओं में अन्य अल्पसंख्यक समुदायों से पीछे हैं।

यह योजना स्कूल से बाहर आए या बीच में ही पढ़ाई छोड़ चुके सभी छात्रों और मदरसों में पढ़ने वाले छात्रों के लिए एक नई दिशा और एक नया लक्ष्य प्रदान करती है।

मौलाना आजाद नेशनल अकादमी फॉर स्किल्स’ (मानस)

अल्पसंख्यक मामलों की तत्कालीन मंत्री डॉ. नजमा हेपतुल्ला ने 29 मार्च, 2016 को अभिनव, उद्यमशीलता एवं कौशल विकास कार्यक्रम ‘मौलाना आजाद नेशनल अकादमी फॉर स्किल्स’ (मानस) की शुरूआत नई दिल्ली में की.

इस योजना का उदेश

मानस अपनी तरह का पहला और अनोखा कदम है जिसके तहत् विभिन्न कौशल क्षेत्रों में शानदार काम करने वाले प्रतिष्ठित व्यक्ति कौशल विकास परियोजनाओं में सहयोग करेंगे, जिससे अल्पसंख्यक समुदायों के वंचित वर्गों को अत्यधिक लाभ होगा।

मदरसों, मकतबों और अल्पसंख्यकों के संस्थानों को ‘मानस के जरिए अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय के कौशल विकास कार्यक्रम में जोड़ा गया है।

इसका लक्ष्य

‘स्किल इंडिया’ के विचार को सफल बनाना है, ताकि भारत सरकार के सबका साथ सबका विकास का ध्येय पूरा हो सके। मानस अखिल भारतीय स्तर पर सार्वजनिक निजी साझीदारी के आधार पर प्रशिक्षण प्रदान करता है, जिसमें राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के प्रतिष्ठित प्रशिक्षक सहयोग करते हैं।

 ‘मानस’ का गठन अल्पसंख्यक का कार्य मंत्रालय के तत्वावधान में राष्ट्रीय अल्प संख्यक विकास एवं वित्त विकास निगम द्वारा 11 नवम्बर, 2014 को किया गया था.मानस’ देश के अल्पसंख्यक समुदायों के कौशल विकास/उन्नयन आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए एक संस्थानिक व्यवस्था है 

‘प्रगति पंचायत’ कार्यक्रम

केन्द्र सरकार द्वारा 29 सितम्बर, 2016 शुरू किया गया था

इस योजना का उदेश

 अल्पसंख्यकों को सशक्त करने के उद्देश्य से अल्पसंख्यकों के लिए ‘प्रगति पंचायत’ अभियान की शुरूआत की गई है. प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी द्वारा मुस्लिमों के सशक्तिकरण की वकालत करने के बाद शुरू हुए इस अभियान का उद्देश्य मुस्लिम समुदाय के बीच गलत धारणा को दूर करना भी है।

यह कार्यक्रम अल्पसंख्यक मामलों के मन्त्री मुख्तार अब्बास नकवी द्वारा हरियाणा के मेवात से शुरू किया गया विकास का लाभ समाज के सबसे निचले पायदान तक पहुँचाने का संकल्प व्यक्त करते हुए नकवी ने कहा, हम ‘प्रगति पंचायत‘ शुरू कर रहे हैं जिसका मकसद आम लोगों को अल्पसंख्यक | मन्त्रालय की योजनाओं की जानकारी देना है।

NOTE – विशेष जानने के लिए आप सरकारी BESITE पर जा सकते है निचे लिंक दिया है ।

शादी-शगुन योजना

केन्द्र सरकार ने अगस्त 2017 में मुस्लिम लड़कियों एवं अन्य अल्पसंख्यक समुदायों की लड़कियों की उच्च शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए ₹51,000 की राशि बतौर शादी शगुन देने का फैसला किया है.

इस योजना का उदेश

  • योजना का मकसद मुस्लिम एवं अन्य अल्पसंख्यक समुदाय की लड़कियों को हायर एजुकेशन के लिए आगे बढ़ाना है।
  • वहीं 9वीं और 10वीं में पढ़ने वाली मुस्लिम छात्राओं को ₹10 हजार का वजीफा दिया जाएगा।

इस योजना से लाभान्वित होने वाले लोग

  • इस राशि की हकदार वही लड़कियाँ होंगी जिन्होंने स्नातक की पढ़ाई पूरी की होगी।
  • इस योजना के अन्तर्गत मुस्लिम के अतिरिक्त सिख, ईसाई, पारसी और जैन धर्म से सम्बन्धित व्यक्ति भी लाभ प्राप्त कर सकते हैं।

NOTE – अब तक 11वीं और 12वीं कक्षा में पढ़ाई करने वाली मुस्लिम लड़कियों को ₹12 हजार की छात्रवृत्ति मिल रही थी।

‘शादी शगुन’ की यह राशि उन्हीं मुस्लिम लड़कियों को मिलेगी, जिन्होंने स्कूली स्तर पर मौलाना आजाद एजुकेशन फाउण्डेशन (एमएईएफ) की ओर से मिलने वाली छात्रवृत्ति हासिल की होगी।

 

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